तुम्हे नजर ना लगे अपने बेगाने की,
जरुरत है तुम्हे सबसे छुपाने की,
आरजू है की तुम हमारी हो जाओ,
बहुत हसरत है तुम्हे सिनेसे लगाने की…
माना की आपसे रोज मुलाकात नही होती,
माना की रोज आमने सामने बात नही होती,
हर सुबह आपको दिल से याद करते है,
उसके बिना हमारे दिन की शुरुवात नही होती…
मेरी मोहब्बत है वो कोई मजबूरी तो नही,
वो मुझे चाहे या मिल जाए जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है के बसा है वह मेरी सांसों मे,
वो सामने हो मेरी आँखों के यह जरूरी तो नही…
जरुरत है तुम्हे सबसे छुपाने की,
आरजू है की तुम हमारी हो जाओ,
बहुत हसरत है तुम्हे सिनेसे लगाने की…
माना की आपसे रोज मुलाकात नही होती,
माना की रोज आमने सामने बात नही होती,
हर सुबह आपको दिल से याद करते है,
उसके बिना हमारे दिन की शुरुवात नही होती…
मेरी मोहब्बत है वो कोई मजबूरी तो नही,
वो मुझे चाहे या मिल जाए जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है के बसा है वह मेरी सांसों मे,
वो सामने हो मेरी आँखों के यह जरूरी तो नही…
No comments:
Post a Comment